खुशबु ने फूलों से मिलना जुलना छोड़ दिया
कलियों ने उस बहार में खिलना छोड़ दिया
हवाओं ने आग से थोड़ी सी नजर क्या मिलाई
रुठ कर मोम ने आग से पिघलना छोड़ दिया
बड़ी कशमकश में पड़ गए हैं ये गुलजार सारे
रुठ कर सब से मौसम ने बदलना छोड दिया
रात नहीं होती और ख्बाब भी नहीं आते हैं
जलते हुए सूरज ने जब से ढलना छोड़ दिया
ये नाराजगी छाई हुई है यहां हर किसी पर
शायद प्यार ने दिल में उतरना छोड़ दिया
मोहब्बत की कहानी किताबों में मिलती है
अफसोस लोगों ने किताब पढ़ना छोड़ दिया
कलियों ने उस बहार में खिलना छोड़ दिया
हवाओं ने आग से थोड़ी सी नजर क्या मिलाई
रुठ कर मोम ने आग से पिघलना छोड़ दिया
बड़ी कशमकश में पड़ गए हैं ये गुलजार सारे
रुठ कर सब से मौसम ने बदलना छोड दिया
रात नहीं होती और ख्बाब भी नहीं आते हैं
जलते हुए सूरज ने जब से ढलना छोड़ दिया
ये नाराजगी छाई हुई है यहां हर किसी पर
शायद प्यार ने दिल में उतरना छोड़ दिया
मोहब्बत की कहानी किताबों में मिलती है
अफसोस लोगों ने किताब पढ़ना छोड़ दिया
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